20 JUL 2017 AT 17:27

कल मिलूँगा तुमसे मैं होठों पे ले कर एक खुशी,
हो रही इस दिल अब है भीनी भीनी गुदगुदी,
वक़्त भी मुझसे अभी ही कर रहा है ज़्यादती,
न आ रहा न कट रहा बस ठहरा है ये मतलबी।

- Arun Prakash Singh