अधूरी कहानी थी तेरी मेरी, पर रिश्ता अधूरा नहीं बंदिशे है तेरी मेरी, पर साथ दोनों का छुटा नहीं बिछड़के भी तूने अपना वादा निभाया है इसलिए आज यह दिल, फिरसे तुझपर आया है
जाते हुए भी उसने, लबों से लब लगाया था दरवाज़े पर खड़े होकर, सीने से मुझे लगाया था मेरे हाथों को थामके, कंधे पर सर रखती थी I love you Abrix, वो भी यही कहती थी।।