Arfan Khan  
272 Followers · 173 Following

read more
Joined 25 November 2017


read more
Joined 25 November 2017
13 FEB 2018 AT 7:44

अफ़ीमी आखें शरबती गाल और ये शराबी लब,
खुदा ही जाने नशे में तुम हो या तुम में नशा ।।

-


12 FEB 2018 AT 9:26

तारीखों में बंध गया है अब, इज़हारे मोहब्बत भी ,
रोज़ प्यार जताने की अब किसी के पास फ़ुरसत कहाँ ।।

-


12 FEB 2018 AT 9:18

रुख़्शार पर है रंग-ए-हया का फ़रोग़ आज ,
बोशे का नाम मैं ने लिया और निखर वो गए ।।

-


11 FEB 2018 AT 23:17

........

-


11 FEB 2018 AT 23:15

.....

-


11 FEB 2018 AT 23:13

आपका दीदार और वो भी, आँखों में आँखें डालकर ,
ये कोशिश कलम से बयाँ करना भी, मेरे बस की बात नहीं ।।

-


11 FEB 2018 AT 20:09

आज गुमनाम और बेरोज़गार हूँ तो तुम सब फासला रखते हो मुझसे ,
कल जब फिर मशहूर हो जाऊंगा तो तुम सब मुझसे कोई रिश्ता निकाल लेना...!!

-


10 FEB 2018 AT 23:22

दिल से दिल तक मुलाक़ात हो जाये ,
आज हसीन मोहब्बत की रोशन रात हो जाये ।।

-


10 FEB 2018 AT 16:16

जिस्म को चाहना ही गर मूहब्बत है तो ,
सबसे ज्यादा आशिक वेश्या के होते ।।

-


10 FEB 2018 AT 11:04

मुहब्बत कोई बिस्तर नहीं , मगर उस पर सोया जाता है ,
कुंवारे होंठ अक्सर अपने पहले बोसे पर बहक जाया करते हैं ।।

तब अर्श हिल जाता है , तभी ज़लज़ले आते हैं ,
संगमरमर से बदन जब हवस की आग़ोश में पहुंच जाता है ।।

तब मुहब्बत इबादत नहीं, ग़िलाज़त बन जाती है ,
मूहब्बत कोई बिस्तर नही , मगर उस पर सोया जाता है ।।

बच्चों की चाहत में माँ बाप ईश्वर अल्लाह से भीख मांगते है ,
कहीं नवजात बच्चे नालों और कचरों के ढेर पर मिल जाते है ।।

कुंवारी कोख में पलने वाले फूल , खिलने से पहले मसल दिए जाते हैं ,
और कहते है कि ज़रूरत नही थी अभी , गलती से आ जाते है ।।

इंसानियत ऐसी लाशें देखकर लरज़ उठती है मगर ,
हवस मुहब्बत बनी ,इन लाशों पर नाचती है ।।

-


Fetching Arfan Khan Quotes