15 SEP 2017 AT 19:46

रेल धक्के से
पल में धराशायी
कुछ हैरान चेहरे,
कुछ आँखें पथराई
कुछ लाशें कुचली हुई,
कुछ साँसें अकबकाई
रेला भीड़ का क्यूँ कर
तस्वीरें निकाले है
जबकी सामने बैठी
जिन्दगी गुमसुम सकपकाई।
अपर्णा थपलियाल"रानू"


- अपर्णा थपलियाल"रानू'