Aparna Agarwal   (Aparna Agarwal)
294 Followers · 85 Following

जज़्बात सारे सच लिखती हूँ /
कुछ आप बीती तो कुछ दूसरों की कहानियाँ लिखती हूँ /
Joined 29 March 2017


जज़्बात सारे सच लिखती हूँ /
कुछ आप बीती तो कुछ दूसरों की कहानियाँ लिखती हूँ /
Joined 29 March 2017
15 APR 2023 AT 21:59

आवारा मुसाफिर हूँ..
भटकता सुबह से रात हूँ..

पर परिंदों की तरह दिन ढलते ही घर के
आँगन में लौट कर सुकून से सोता हूँ /

-


15 APR 2023 AT 21:51

वजह..

वजह नाराज़गी कि पूछने का मौका
तो दिया होता..
बस वो तो लहज़े बदलते गए
और हम किसी आपने के बेहद से
बेवजह हो कर अजनबी कहला दिए गए /

-


4 MAR 2023 AT 21:34

तो उसने आज कुछ ऐसा पूछा,
सब ख़ैरयत ?
काफ़ी वक़्त हुआ ना कोई शायरी
ना कोई नज़्म..
अपनी कलम से नाराज़गी है या लफ़्ज़ों
पर लगा विराम है ?

मसला ना कलम का ना लफ़्ज़ों का,
बस थोड़ा लेख़क का मन विचलित
और सुवास्थ खराब है ..

-


9 NOV 2022 AT 22:54

किताबों की अलमारी में
आज एक खत पुराना मिला ..

उसमें ज़िक्र तुम्हारे बेहद का था
सब्र, मेहनत, इश्क़ का था..
वो खत सुकून कि शाम सा था /

किताबों की अलमारी में
आज एक खत पुराना मिला ..

-


19 MAY 2022 AT 19:08

आज चमक नहीं इन आँखों में..
आज खनक नहीं तेरी बातों में..
लगता है कोई उसका अपना रूठा था
या
यूँ कहुँ कोई उसका सपना टूटा था /

-


16 MAY 2022 AT 14:44

जो गुज़ारी ही नहीं तेरे साथ मेरे पास आज
भी ऐसी एक शाम पड़ी है..

मेरे कमरे में रखी तेरी एक निशानी है,
तेरी कलम और मेरी डायरी टेबल पर पड़ी
एक अनकही कहानी है/

-


4 MAR 2022 AT 23:41

उसे अपनी नज़्म में लिखने बैठी एक रात,

ना जाने अब तक कितने दिन बर्बाद कर बैठी../

-


16 NOV 2017 AT 0:30

A nite of a student be like...

Books laying around with head
bowed on table covered with
a cosy blanket all around !!

-


9 JAN 2022 AT 11:08


एक ख़याल था वो उस रात का..
दिन रात बातों का बहाना था,
और ना जाने अभी उसको कितना कुछ
बताना था /

पर वो तो बस एक ख़याल ही था..
उस रात का ख़याल /

-


23 DEC 2021 AT 23:54

अच्छा सुनो..

काफ़ी वक़्त हुआ, तुमने कुछ कहा नहीं ..
कहाँ हो !?
कैसी हो !?
अच्छा दिन कैसा रहा !?
वक़्त से ख़ाना खाया ना !?
सब ख़ैरयत तो है ना !?
ये सब तुमने कहा क्या अभी ..?
या यूँ समझु मैंने कुछ सुन्ना ही नहीं..

अच्छा सुनो..
काफ़ी वक़्त हुआ, तुमने कुछ कहा नहीं ..
या यूँ समझु मैंने कुछ सुन्ना ही नहीं ..!

-


Fetching Aparna Agarwal Quotes