पढ़ता हूँ मैं जब तुम्हे....
तो तुम्हारे मुस्कराते चेहरे में,
एक अजब सी उदासी नज़र आती है मुझे,
देखता हूँ मैं जब तुम्हे......
तो तुम्हारी आंखों की चमक में गम के आंसू,
साफ-साफ दिखाई देते है मुझे,
सुनता हूँ मैं जब तुम्हे.....
तो तुम्हारी मधुर आवाज में भी एक दर्द झलककर,
सुनाई देता है मुझे,
महसूस करता हूँ मैं जब तुम्हे....
तो तुम्हारा सफेद मखमली साया भी
रात के अंधेरे सा नज़र आता है मुझे....continue
©@anurags091
- Anurag Singh