महफ़िल वो नहीं, जहाँ चेहरों की तादाद हो,महफ़िल तो वो है, जहाँ ख़याल आबाद हो,महफ़िल वो नहीं, जहाँ कल्में इरशाद हों,महफ़िल तो वो है, जहाँ तारीफ़ आज़ाद हो... - अंशुल नागोरी
महफ़िल वो नहीं, जहाँ चेहरों की तादाद हो,महफ़िल तो वो है, जहाँ ख़याल आबाद हो,महफ़िल वो नहीं, जहाँ कल्में इरशाद हों,महफ़िल तो वो है, जहाँ तारीफ़ आज़ाद हो...
- अंशुल नागोरी