20 JAN 2018 AT 18:45

Eyes #1

अश्क़ अश्क़ उबलें जो, ख़ामियाँ उभरती हैं,
पलकों को झपका कर, हामियाँ ये भरती हैं,

भौहों को उचका कर, ये कमाल करती हैं,
दिखें जो अचानक फिर, ये सवाल करती हैं,

- अंशुल नागोरी