24 FEB 2018 AT 12:30

सारा दरिया है मगर कतरे की प्यास है उनको
चलो मेरे न होने का कुछ तो एहसास है उनको।

झूठे चेहरों में सच्चाई इस कदर वो ढूंढ रहे हैं,
मानो जैसे काँटों में गुलाब की तलाश है उनको।

हर्फ़ धुंधले हैं और समझने में भी ज़रा पेचीदा है,
वो किताब दिखाई देती जो बहुत पास है उनको।

कल रात ख्वाब में मुझसे लिपटकर कह रहे थे,
तन्हा होते ही सुनाई देती, मेरी आवाज है उनको।

शीशे सी हसरतें दिल में उसने संजो रखी है अनूप,
और इनके पूरे होने की अब तक आस है उनको।

- Anoop Suri @iamanoopsuri