आसमान में कभी कोई बादल खो भी जाता है,
तो कोई दिल की ज़मीं पे आँसू बो भी जाता है।
यूँ तो बिखरे रहते हैं जज्बात कई मेरे मन में,
चुपके से वो लफ्ज़ नज़्म में पिरो भी जाता है।
ख्यालों में बहुत देर तक वो मुझसे बात करता है,
और फिर मेरी साँसों में घुलकर सो भी जाता है।
पता नहीं के कौन सा तिलिस्म जनता है वो,
महकने लगता है उसके पास जो भी जाता है।
इसे बेबसी कहें या खुशकिस्मती समझें अनूप,
ख्वाब के आखिर में वो मेरा हो भी जाता है।
- Anoop Suri @iamanoopsuri