ख्वाहिशें मुक्कमल कर ए दिल,तुझे ज़िन्दगी से गिला क्या है।वैसे भी किसी पर मर कर तुझे मिला क्या है।। - अंkita
ख्वाहिशें मुक्कमल कर ए दिल,तुझे ज़िन्दगी से गिला क्या है।वैसे भी किसी पर मर कर तुझे मिला क्या है।।
- अंkita