मै स्तब्ध हूँ या फिर शांत हूँ,किसी भीड़ में चलता एकांत हूँ,ख़ुशी ग़म के अब उपरांत हूँ,बस ख़ाली पन्नो सा वृतांत हूँ ! -
मै स्तब्ध हूँ या फिर शांत हूँ,किसी भीड़ में चलता एकांत हूँ,ख़ुशी ग़म के अब उपरांत हूँ,बस ख़ाली पन्नो सा वृतांत हूँ !
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सही वक्त के इंतज़ार में अक्सर,ख्वाहिशें ख़त्म हो जाती है,यूँ ही नहीं ज़िंदगी हर पल को,उसी पल में जीना सिखाती है ! -
सही वक्त के इंतज़ार में अक्सर,ख्वाहिशें ख़त्म हो जाती है,यूँ ही नहीं ज़िंदगी हर पल को,उसी पल में जीना सिखाती है !
देखिए लोग इश्क़ में जनाब,आख़िर क्या क्या किया करते है,जो शख़्स बात भी नहीं करता उसके लिए दुआ किया करते है ! -
देखिए लोग इश्क़ में जनाब,आख़िर क्या क्या किया करते है,जो शख़्स बात भी नहीं करता उसके लिए दुआ किया करते है !
जो ख़ुद लिखते है क़िस्मत के फ़साने को,कुछ सरफिरे से लगते है वो ज़माने को !!! -
जो ख़ुद लिखते है क़िस्मत के फ़साने को,कुछ सरफिरे से लगते है वो ज़माने को !!!
कैसे इस भरोसे उम्मीद में रहती है माँ,सब बुरा होने पर भी कहती है माँ,बेटा, सब अच्छा होगा ! -
कैसे इस भरोसे उम्मीद में रहती है माँ,सब बुरा होने पर भी कहती है माँ,बेटा, सब अच्छा होगा !
रूह से ना निकले ख़ुशी,तो फिर क्या ख़ास है,यहाँ कपड़े तो चमकते है,पर सब आँखे उदास है ! -
रूह से ना निकले ख़ुशी,तो फिर क्या ख़ास है,यहाँ कपड़े तो चमकते है,पर सब आँखे उदास है !
इसके आने, उसके जाने की नहीं,कहानी तुम्हारी है, जमाने की नहीं ! -
इसके आने, उसके जाने की नहीं,कहानी तुम्हारी है, जमाने की नहीं !
उसके होने पर कुछ पलो का रिश्ता,अरसों चला है उसके, जाने के बाद ! -
उसके होने पर कुछ पलो का रिश्ता,अरसों चला है उसके, जाने के बाद !
था किसी बच्चे सा मासूम वो,मुझे बचपन सी मोहब्बत हो गयी ! -
था किसी बच्चे सा मासूम वो,मुझे बचपन सी मोहब्बत हो गयी !
चूमते है उसका माथा लड़ने के बाद भी,इश्क़ में जनाब नाराज़गी क्या चीज़ है ! -
चूमते है उसका माथा लड़ने के बाद भी,इश्क़ में जनाब नाराज़गी क्या चीज़ है !