अपना दर्द बयां न कर जालिमये मुखौटा पहने दुनिया तेरे दर्द में हमदर्दी दिखातेरे पीछे खुद की उसे हंसी बना लेगी संभल जा ऐ जालिम नहीं तो तुझे एक मज़ाक बना देगी ... -
अपना दर्द बयां न कर जालिमये मुखौटा पहने दुनिया तेरे दर्द में हमदर्दी दिखातेरे पीछे खुद की उसे हंसी बना लेगी संभल जा ऐ जालिम नहीं तो तुझे एक मज़ाक बना देगी ...
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