कि ये पत्थर दिल हैं।खुल कर रो नहीं सकते,दरअसलखुश रहने का दबाव होता है जिम्मेदारों पर। -
कि ये पत्थर दिल हैं।खुल कर रो नहीं सकते,दरअसलखुश रहने का दबाव होता है जिम्मेदारों पर।
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जिंदगी की कठिन राह में,मामला बड़ा ही संगीन है। सब रिश्तों से बड़ी है दोस्ती,यारों दोस्ती बड़ी हसीन है। -
जिंदगी की कठिन राह में,मामला बड़ा ही संगीन है। सब रिश्तों से बड़ी है दोस्ती,यारों दोस्ती बड़ी हसीन है।
तन्हाई में हम खो चले,खो गई मंजिलें,दूर हम तुम हो चले।। -
तन्हाई में हम खो चले,खो गई मंजिलें,दूर हम तुम हो चले।।
पहली मुलाकात करेंगे।जो किस्मत में नहीं है,उससे मोहब्बत करेंगे।। -
पहली मुलाकात करेंगे।जो किस्मत में नहीं है,उससे मोहब्बत करेंगे।।
तुम संग पार करेंगे।हर जन्म मेंतुझको ही संसार चुनेंगे। -
तुम संग पार करेंगे।हर जन्म मेंतुझको ही संसार चुनेंगे।
जाने वाले साल आज तू सबके गम भी लेता जा,बांटी ना खुशियां तूने तो, गम भी न देकर जा। -
जाने वाले साल आज तू सबके गम भी लेता जा,बांटी ना खुशियां तूने तो, गम भी न देकर जा।
मेरे मन को बहकाए।चंचल तेरा चितवन,मेरे होश उड़ा ले जाए।तू हिरनी चाल चले,मन मेरा बल खा जाए।रूप तेरा मनमोहक,तेरी सादगी गजब ढाए। -
मेरे मन को बहकाए।चंचल तेरा चितवन,मेरे होश उड़ा ले जाए।तू हिरनी चाल चले,मन मेरा बल खा जाए।रूप तेरा मनमोहक,तेरी सादगी गजब ढाए।
मेरा इस कदर टेढ़ा मुंह बनाना,मेरे सनम के चेहरे परमुस्कान ले आता है।कितना भी गुस्सा होकिसी बात पर वो,मेरा मुंह देख करवो खिलखिला पड़ता है। -
मेरा इस कदर टेढ़ा मुंह बनाना,मेरे सनम के चेहरे परमुस्कान ले आता है।कितना भी गुस्सा होकिसी बात पर वो,मेरा मुंह देख करवो खिलखिला पड़ता है।
हमको तोड़ जाया करते हैं,जिंदा होकर भी हम,लाश नज़र आया करते हैं। -
हमको तोड़ जाया करते हैं,जिंदा होकर भी हम,लाश नज़र आया करते हैं।
गिर गया कल इश्क का शीशा,हल्की सी जिसमें चटक पड़ गई।दिख रहा है यूं तो चेहरा उसमें,दरार से चेहरे में खलल पड़ गई। -
गिर गया कल इश्क का शीशा,हल्की सी जिसमें चटक पड़ गई।दिख रहा है यूं तो चेहरा उसमें,दरार से चेहरे में खलल पड़ गई।