21 NOV 2017 AT 13:12

हवाएं होती हैं आग जलाने के लिए न कि बुझाने के लिए
यूँ मेरा दिल जलायेगी तो खुद जल के खाक हो जाएगी
वैसे भी मैं हूँ ही "अनिल"

- अनिल साहू