26 SEP 2019 AT 16:58

चले जो हम तो मेरे संग सितारे चले
नदी चली तो संग-संग किनारे चले,
रुके तो रौंद मुझे कारवाँ निकल गया
बढ़े कदम तो मुझे लोग पुकारे चले।

- A M Prahari