आशिक हूँ आवारा नहीं डूब कर हो जाऊँ कहीं गुमनाम‌ किसी जाम में
तुझे भी‌ नज़र आयेगा वो बेवफाई का मंजर कभी सुनकर मेरे नाम में
तुने कभी आँकी थी जिसकी कीमत मोहब्बत में कोड़ियों के दाम में
ज़माना लगाता है उस सितारे की इक झलक की बोली किसी रंगीन शाम में

- Andaaz Rahul