करूंगा आपके सीरत की निगहबानी कभी ,
हां इन खूबसूरत आंखों की मेहमानी भी कभी ....
इन बिखरे हुए जुल्फों को समेटूंगा आपके इजाजत से ,
नही कर सकता है ये ' नादान ' मनमानी कभी ...
ऐसे मुस्कुराहट अगर कोई फूल भी देख ले अनजाने में ,
फिर क्या , खिलते गुलाबों को भी होगी हैरानी कभी ....
ऐसी सादगी जिसका कायल वो आफताब भी है ,
फिर हम क्यों न करे उसकी याद , वीरानी कभी .....
इन्हीं तस्वीरों को उम्र भर तकता रहूंगा मैं,
अगर इस मोहब्बत में हुआ आनाकानी कभी .....
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27 JAN 2023 AT 16:53
29 DEC 2021 AT 12:54
सर्द रातें ,बेचैन दिल, ठंडी हवा, हल्की बारिश ,
जलता अलाव , गर्म चाय ,तस्वीर तुम्हारी ........
उफ़ नादान नशा अच्छा है !-
4 MAR 2021 AT 18:41
हवा के झोकें जैसी याद तुम्हारी
जब भी रूबरू होती है मुझसे,
मैं परिंदे सा रोककर उसको
तुम्हारा पता पूछता हूं ।-
4 MAR 2021 AT 18:26
एक रोज़ तुम्हें मिलेंगे इसी रस्ते के किनारे
तुम बस हाथ हिलाकर मुझको अपना दीदार करना ।
#तुम्हारे_ही_शहर_से-
18 FEB 2021 AT 12:27
बड़े आराम से गुजरता है वो शक्स अपना दिन
मेरे पास तो तन्हाई है फिर भी चैन नहीं आता ।-
13 DEC 2020 AT 22:37
अपना शहर, सर्द मौसम, और टपरी वाली चाय
बस दो दोस्त साथ हों फिर मोहब्बत किस काम की-
12 DEC 2020 AT 23:53
एक कमरे में सिमट कर रह गई है ज़िन्दगी
अपने यादों का शहर देखो बिल्कुल वैसा ही है-