4 MAR 2018 AT 0:16

सुना है,आदमी मुसाफ़िर है,
पर सुनो,शब्द नहीं
अक्सर दिल में घर कर लेते है,
सालों साल ठहरे रहते हैं,
ज्यादा तो कुछ नहीं होता,
या तो ज़िन्दगी सँवर जाती है,
या ज़िन्दगी ठहर जाती है!

- My words #Anamika