न जाने कितने सितम किये हैं उन्होंने,कि अब उनके आंसू भी ज़ख़्म देते हैं ॥ -
न जाने कितने सितम किये हैं उन्होंने,कि अब उनके आंसू भी ज़ख़्म देते हैं ॥
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रूका नहीं हूँ ए ज़िंदगी,अभी सब्र कर।उन्हें तो अभी और दिखाना है,जिन्होंने हमें कुछ के लायक़ न समझा था ॥ -
रूका नहीं हूँ ए ज़िंदगी,अभी सब्र कर।उन्हें तो अभी और दिखाना है,जिन्होंने हमें कुछ के लायक़ न समझा था ॥
कहानी ज़िंदगी की यही है कि,यहाँ मनचाहा किरदार नहीं मिलता । -
कहानी ज़िंदगी की यही है कि,यहाँ मनचाहा किरदार नहीं मिलता ।
बदनाम तो बहुत हूँ इस ज़माने में,तू बता तेरे हिस्से में कौन सा क़िस्सा आया ।नफ़रत है, प्यार है या कुछ और,तू बता मेरे हिस्से क्या आया है ।। -
बदनाम तो बहुत हूँ इस ज़माने में,तू बता तेरे हिस्से में कौन सा क़िस्सा आया ।नफ़रत है, प्यार है या कुछ और,तू बता मेरे हिस्से क्या आया है ।।
ए राह,तू कहाँ है।मंज़िल की चाह है,पर तेरी तलाश है।। -
ए राह,तू कहाँ है।मंज़िल की चाह है,पर तेरी तलाश है।।
वो कहती थी,आप मुझे सब्र वाली पावोगे।पर उसने बेसब्री बनने में इक पल भी नहीं लगाया ।। -
वो कहती थी,आप मुझे सब्र वाली पावोगे।पर उसने बेसब्री बनने में इक पल भी नहीं लगाया ।।
ज़िंदगी बर्बाद कर दी उसने,फिर भी कभी नफ़रत न कर पाया,बेपनाह मोहब्बत जो थीं उनसे ।। -
ज़िंदगी बर्बाद कर दी उसने,फिर भी कभी नफ़रत न कर पाया,बेपनाह मोहब्बत जो थीं उनसे ।।
जिनकी ख़्वाहिश की तमन्ना हमने की,उनकी ख्वाहिश हम कभी बन न सके ।बस ख्वाहिश की तरह हम,ख्वाहिश ही बन कर रह गए।। -
जिनकी ख़्वाहिश की तमन्ना हमने की,उनकी ख्वाहिश हम कभी बन न सके ।बस ख्वाहिश की तरह हम,ख्वाहिश ही बन कर रह गए।।
उनकी रुसवाई तो देखें,हमें मनाने के बजाय,हमसे ही आस किये बैठे हैं ।। -
उनकी रुसवाई तो देखें,हमें मनाने के बजाय,हमसे ही आस किये बैठे हैं ।।
ख़फ़ा तो हमें होना था,उनके रुसवाई पे।पर यहाँ तो वहीं,हमसे ख़फ़ा हुए बैठे हैं ।। -
ख़फ़ा तो हमें होना था,उनके रुसवाई पे।पर यहाँ तो वहीं,हमसे ख़फ़ा हुए बैठे हैं ।।