ए चांद,छुप जाओ कही इस नीले गगन मैं,राह हम देखे तुम्हारी,फिर आना मेरे आंगन मैं ©AJ.Gohil -
ए चांद,छुप जाओ कही इस नीले गगन मैं,राह हम देखे तुम्हारी,फिर आना मेरे आंगन मैं ©AJ.Gohil
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सुकून भरी दुनिया के लिए,सुकून खुद मैं ढूंढना पड़ता है..🦋 ©AJ.Gohil -
सुकून भरी दुनिया के लिए,सुकून खुद मैं ढूंढना पड़ता है..🦋 ©AJ.Gohil
हंसी बाट ली सबसे,क्योंकितकलीफ़ कोई पूछे नहीं।©AJ.Gohil -
हंसी बाट ली सबसे,क्योंकितकलीफ़ कोई पूछे नहीं।©AJ.Gohil
शुक्रिया 2022हर साल की तरह ये साल भी ,कुछ खट्टी - मीठी यादों के लिए...कुछ खास पलों के लिए...कुछ छोटे छोटे पल मैं ख़ुशियाँ देने के लिए...कुछ गलतियों से रूबरू करवाने के लिए...कुछ खास पहचान के लिए...कुछ नया सीखने के लिए...तेरा दिल से शुक्रिया ❤️ -
शुक्रिया 2022हर साल की तरह ये साल भी ,कुछ खट्टी - मीठी यादों के लिए...कुछ खास पलों के लिए...कुछ छोटे छोटे पल मैं ख़ुशियाँ देने के लिए...कुछ गलतियों से रूबरू करवाने के लिए...कुछ खास पहचान के लिए...कुछ नया सीखने के लिए...तेरा दिल से शुक्रिया ❤️
जिंदगी के हर लम्हों मैं,बस यूंही कांधे पर सर रख के रहना है,थोड़ा लम्हों को और जीना है,थोड़ा लम्हों के संग चलते रहना है...©AJ.Gohil -
जिंदगी के हर लम्हों मैं,बस यूंही कांधे पर सर रख के रहना है,थोड़ा लम्हों को और जीना है,थोड़ा लम्हों के संग चलते रहना है...©AJ.Gohil
खुशियां बाटी सबके साथ,बसकुछ खास के साथ ही गम बाट पाए...©AJ.Gohil -
खुशियां बाटी सबके साथ,बसकुछ खास के साथ ही गम बाट पाए...©AJ.Gohil
थोड़ा सा सुकून और वो गरम चाय,,फिर वही पुरानी यादें,फिर वही पुराने किस्से,और फिर वही तुमफिर वही मैं..आज भी अधूरे है फिर थोड़े से हम©AJ.Gohil -
थोड़ा सा सुकून और वो गरम चाय,,फिर वही पुरानी यादें,फिर वही पुराने किस्से,और फिर वही तुमफिर वही मैं..आज भी अधूरे है फिर थोड़े से हम©AJ.Gohil
किस्से कही है खुशी और गम के कहने को,पर इतना वक्त कहा है किसीके पास सुनने को©AJ.Gohil -
किस्से कही है खुशी और गम के कहने को,पर इतना वक्त कहा है किसीके पास सुनने को©AJ.Gohil
खुशियाँ छोटी हैं,पर किमती है। ©AJ.Gohil -
खुशियाँ छोटी हैं,पर किमती है। ©AJ.Gohil
गुजर गया बचपन,भागते रहे हम..अब भी भाग रहे है,जिंदगी मैं,कही रुके नहीं हम©AJ.Gohil -
गुजर गया बचपन,भागते रहे हम..अब भी भाग रहे है,जिंदगी मैं,कही रुके नहीं हम©AJ.Gohil