गूंगों की भी आवाज दबाई जाएगी,
हर आह हर फरियाद दबाई जाएगी।
लगेगी हर बात इक तीर की तरह,
जब-जब उस बात में हकीकत सुनाई जाएगी।-
लिखना विखना कुछ नहीं आता बस कोशिश करता हूँ दिल के हालात ... read more
तिनका-तिनका जोड़ करके ज़िंदगी सोची ही थी,
एक हवा के झोंके ने सबकुछ बदलकर रख दिया.!!-
इस दुनियां की अदालत में तेरे इल्ज़ाम मुझपर हैं,
मैं दागी तो नहीं लेकिन कई अब दाग मुझपर हैं।
मैं चाहूं तो तेरी दुनियां को तेरा सच बता दूं पर,
मैं चाह भी तो नहीं सकता तेरे अहसान मुझपर हैं।।-
गर पूछना पड़े अपने बीच में कुछ बचा है क्या.?
तो कुछ बचा है क्या अपने बीच में फिर.?-
किसका रस्ता देख रहे हो.?
कौन यहां अब आएगा.?
दुनियां फरेबी मतलब की,
वफा कौन दिखलायेगा.?
रिश्तों की लगती मंडी में,
हर ख्वाब है बेचा जायेगा।
राह-ए-वफ़ा में शाम हुई अब,
साया भी छोड़ के जायेगा।
और पैसों की खन-खन में बहरे हुए अमीरों सुनलो ये,
जिस दिन दौलत साथ न दे तुमको भी नोचा जायेगा।
किसका रस्ता देख रहे हो,
कौन यहां अब आएगा.?-
वक्त ने बदल दिए अंदाज़ हमारे,
इंसान हम भी खुशमिजाज़ हुआ करते थे।-
तुझे देखने का मन था बहुत,
तेरी यादों में बहुत तड़पा किया हूं मैं।
अब आए भी तो विदा लेने हमसे,
ये देख खुद ही खुद से उलझा हुआ हूं मैं।— % &-
मेरी औकात मुझको दिखाने वाले,
खुश रहे तू मुझको ज़िंदा जलाने वाले।
घर तेरा आबाद रहे खुशीयों से हमेशा,
ना मिलें तुझको तेरे जैंसे सताने वाले।— % &-
मेरे पास ज्यादा कुछ था नहीं, बहुत थोड़ा सा था..
और वो बहुत थोड़ा सा भी पूरा तुम्हारा था....
प्यार अगर इन्हीं चीजों से साबित होता है तो भी... मेरी औकात से ज्यादा कर पाने को ही मेरा प्यार समझ लेते...— % &-
इस तरह इक दूसरे को बुरा बोलकर,
लड़कर कुछ नहीं सुधरने वाला,
कुछ सुधारने के लिए हमे वो वजह खत्म करनी होती है जिसकी वजह से सब बिगड़ा...
आप खुश रहो.. मस्त रहो... अपनी ज़िंदगी जियो...
मुझे आपसे ना कोई मतलब है ना कोई शिकायत...
यूं एक दूसरे को बुरा बोलकर हम खुदको ही दुःख पहुंचाएंगे...
अब और नहीं.🙏🙏🙏— % &-