16 DEC 2017 AT 17:51

बड़ी छोटी लगती थी ये ज़िन्दगी तेरे संग
पर अब जैसे थम सा गया हूँ मैं ।

तेरा साथ ढूंढने निकला कई दफा
पर आज इस मोड़ पे थक गया हूँ मैं ।

तेरी उम्मीद के उजालो में ढूंढता रहा राहे
पर इस तन्हाई के अंधेरे में अब कही भटक गया हूँ मैं ।।

- Aman Mishra (cheeteh)