मुझको बुत बनाकर तन्हा छोड़ देने वाले मुझे जड़ से बुझा देगर मुझमें एक चिंगारी तक रह गयी न तोह आग फिर से लग जायेगी...!! - अमन अवस्थी
मुझको बुत बनाकर तन्हा छोड़ देने वाले मुझे जड़ से बुझा देगर मुझमें एक चिंगारी तक रह गयी न तोह आग फिर से लग जायेगी...!!
- अमन अवस्थी