25 MAR 2018 AT 6:46

वर्षों से नजरों में बसाया था तुझे
पलकों पे सजाया था,
मेरे आँखों से जो आँसू बहे,
तुम उन आँसूओं के संग ही,
मेरे नजरों से उतर गए ।

- आलोक पराशर