Alfaz Azam   (Lafz_e_alfaz)
67 Followers · 2 Following

read more
Joined 26 May 2018


read more
Joined 26 May 2018
19 JUL 2021 AT 22:26

हम उनके सितम के गवाह आप बनेंगे ।
"गुफ़्तगू ए दकियानूस", ना हम वो इंसान नही।।

-


19 JUL 2021 AT 19:58

Hum apne jakhm e naasoor ki dawa aap karenge
Aap ke marham e mashwira ka shukriya

हम अपने जख्म ए नासूर की दवा आप करेंगे
आप के मरहम ए मशविरा का शुक्रिया

-


16 MAR 2021 AT 21:05


फैलाओ आग, के दुनिया राख होने को है
जमीन पस्त और आसमान रोने को है
जो थे खाक मे दफन, सुराग होने को है
देखो हमदम हम फिर से खराब होने को हैं।।

आग (अफवाह)

-


9 FEB 2021 AT 1:49

शिकायतों से है शिकायत
के बहुत शिकायत है ।।

-


27 DEC 2020 AT 21:50

राह ए जिंदगी, ये गर्द ओ गुबार
वजूद हमारा हमे अब धुंधला दिखे है ।

-


27 DEC 2020 AT 21:38


लड़ते रहे उम्र भर हम, वज़ह रही जबर जेर की
मैं मुरीद ए गालिब ठहरा, सनम मेरी मीर की।

-


13 JUN 2020 AT 23:27

ज़िन्दगी नामुक़म्मल, ना मुक़म्मल इश्क़ ही
रौशनाई जहाँ भर की, मुझे क़ुबूल तीरगी

-


27 MAY 2020 AT 22:45

Dedicated to my father;
उनको बाहों में भिंच कर मैं सो गया था
मानिंद एक लम्हे को कई लम्हा पिरो गया था
आंखें उनकी भी भर आयी थी वस्ल ए जुदाई पर
मैं भी कतरा दो कतरा रो गया था
उनकी याद मुझको दफ़अतन मुझमें मिलती है
उनसे बिछड़ के मैं तो खुद को कहीं डुबो गया था

-


3 MAY 2020 AT 4:50

इश्क़ जो है हुआ तुमको, मय में अब डूबा करोगे
यार का दामन जो छूटा, इश्क़ से तौबा करोगे
शायर हुए जा रहे हो, हर शब अब रतजगा करोगे
अच्छे भले तो थे अल्फाज़, तुम तो अब नाहक मरोगे

-


22 APR 2020 AT 19:15

प्रेम या रिश्ता
हाँ मैं मुस्कुराता हूँ, तुम्हे देखकर
हर बार, तुम्हें एक अलग रूप में
एक अजीब सी कशिश होती है मुझमें
सच कह रहा हूँ, पता नही क्यों, बस ऐसा है।

-


Fetching Alfaz Azam Quotes