नाम पूछूँगा!!!
ऑफिस के बाहर एक चाय वाला है, उसके बगल में एक और काका की दुकान है,
जिनकी टापरी से चाय के साथ सिगरेट ली जाती है,
न जाने किस हाल में होंगे, दोनों से उनका नाम पूछूँगा।
सुबह अखबार वाला भी नही आता, कोई पंद्रह-सोलह साल का लड़का होगा,
न जाने उसका मालिक पैसे दे रहा होगा या नही।
उससे भी उसका नाम पूछूँगा।
घर के पास ही एक इस्त्री वाले भैया हैं, बस इतनी ही पहचान है,
भगवान करे राशन हो उनके पास, नाम तो इनसे भी पूछूँगा।
एक लड़की है,
मोहल्ले में छोटे-छोटे पिल्ले बहुत बढ़ गए हैं,
वो लड़की उनको कभी बिस्किट, कभी रोटी, कभी ब्रेड, कभी चावल खिलाती रहती थी,
इंस्टाग्राम के झूठे डॉग लवर्स जैसी नही थी वो,
उससे तो लगभग प्यार हो ही गया था।
मुझे नही पता खूबसूरत थी या नही, लेकिन उसमें खूबसूरती थी।
डरता हूँ, पर अब उससे भी नाम पूछूँगा।
सोचता हूँ, कितने लोग हैं, जिनका नाम नही जानता में,
अब जब सब बन्द है, तो थोड़ी याद तो इनकी भी आती है,
अब में हर किसी से नाम पूछूँगा।
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