17 JUL 2018 AT 13:50

◾भहकता हूँ,भहकता हूँ,भहकने दो मुझे प्यारे,,
भहकने के बाद ही तो संभलना भी लगे प्यारा,,
..
◾ना जाने इस भीड़ में कितने दिखे वो हसीं चहरे,
लेकिन ,
याद आता है केवल,एक खुदगर्ज वही चहरा,
..
◾लूटते हो ,लूटते हो ,क्या आज हमने है,पाया,,
लेकिन,
लुटने के बाद जाना ,था हमने भी कुछ पाया,
...
◾जरा पूछके भी देखो,कभी अपनी भी आँखों से,,
क्या कुछ कहती है वो हमसे आँखों ही आँखों से,
....
Akash dilkash

- Shivaay