29 JUN 2017 AT 16:31

तुम्हारी जुल्फों में बैठे
बादलों के बच्चों का ,
ज़रा सा शोर हो जाए
झटक दो इक बार
इन्हें खोल कर ,
शहर भीगे , सराबोर हो जाए

- 💟अनाम आदमी💟