Adya Dixit   (Adya)
17 Followers · 8 Following

Joined 19 May 2018


Joined 19 May 2018
23 APR 2021 AT 13:35

मज़बूरी

-


23 APR 2021 AT 2:29

अल्फ़ाज़

-


10 SEP 2020 AT 20:41

शायर नहीं थी दुनिया ने बना दिया
ज़िन्दगी ने कुछ इस तरह लिखना सिखा दिया
और उनको हमारी ज़िन्दगी खुशहाल लगती है
उनको क्या पता हमने इसे हंसते हुए कांटों पर बिता दिया ।

-


15 AUG 2020 AT 15:20

तिरंगे का बढ़ा के गौरव शहादत उसने अपनाई थी
देश के खातिर ही तो उसने अपनी जान गवाई थी
खाकर गोली सीने पर उसने देश की शान बढ़ाई थी
और एक एक सैनिक ने सौ सौ को धूल चटाई थी
तिरंगे का बढ़ा के गौरव शहादत उसने अपनाई थी
और देश के खातिर ही तो उसने अपनी जान गवाई थी
विजय तिलक करकरे पत्नी ने उसको बंदूक थमाई थी
माँ के आर्शीवाद ने ही तो उसकी हिम्मत कई गुना बढ़ाई थी
तिरंगे का बढ़ा के गौरव शहादत उसने अपनाई थी
और देश के खातिर ही तो उसने अपनी जान गवाई थी
हिन्दू मुस्लिम सबने आज़ादी की क़सम खाई थी
और आज़ाद भारत की छवि सबने अपने मन में बसाई थी
लाखों लोगो ने आज़दी के लिए अपनी जान गवाई थी
तब जाकर ही तो ये 15 अगस्त की शुभ घड़ी आई थी
तिरंगे का बढ़ा के गौरव शहादत उसने अपनाई थी
और देश के खातिर ही तो उसने अपनी जान गवाई थी

-


30 JUL 2020 AT 15:27

आज फ़ुर्सत के चंद लम्हें नहीं मिलते उनको
जिनके साथ कभी हम पूरा दिन बिताते थे
ये तो पता था कि ज़िन्दगी के हर मोड़ पर नए लोग आते है और उनके साथ हम नए रिश्ते बनाते है
और उन नए रिश्तो तो बनाते हुए पुराने रिश्तो को भूल जाते है
पर ये नही पता था कि ये बात हम दोस्ती के साथ भी आज़माते हैं

-


3 JUN 2020 AT 18:27

रिश्तो की सच्चाई बहुत अज़ीब होती है
दूसरों के रिश्तों को देखते है तो जलन होती है
पर अपने रिश्तों में हमें खुद घुटन होती है
और टूटा हो कोई रिश्ता तो उसकी चुभन होती है
पर जब होने लगे दूसरों के रिश्तों से अपने रिश्तों की तुलना बस रिश्तो की कहानी वही से खत्म होती है

-


3 JUN 2020 AT 18:23

ये वक़्त भी गुज़र जाएगा
आज जो चेहरे उदास है
कल वो हर चेहरा मुस्कुराएगा
ये वक़्त भी गुज़र जाएगा
आज मायूसी से भरी है जिनकी ज़िन्दगी
कल हर उस ज़िन्दगी में रौशनी का दिया जगमगाएगा
ये वक़्त भी गुज़र जाएगा
आज सन्नाटा पसरा है जहाँ
कल फिर वहाँ बच्चो का शोर छाएगा
ये वक़्त भी गुज़र जाएगा
आज दुखी है जो चेहरे
कल का सवेरा उनके लिए एक नयी उम्मीद लायेगा
ये वक़्त भी गुज़र जाएगा

-


23 MAY 2020 AT 21:33

गोविन्द गिरधर कृष्णा मुरारी
नाम अनेक है
रूप एक है
उस रूप के भेद अनेक है
जो माँ देवकी के लाल है
और माता यशोदा का आँखों का तारा
जिसको कोई बोले छलिया
तो कोई बोले मुरलीधर मतवाला
पर वो तो हर रूप में भावे
ऐसा है वो राधा का चित्तचोर
और ब्रिज का माखन चुराने वाला
वो कभी राधा संग रास रचाये
तो कभी उसे मीरा की भक्ति भाये
तो कभी वो अर्जुन के सारथी बन महाभारत के रण तक आये
और जब उन्होंने छोड़ा राण तभी तो वो रणछोड़
कहलाये
कभी वो गोपियों की मटकी फोड़े
तो कभी ग्वालो संग गाय चराये
जग पूजे उनको अनेक रूप में
पर मैंने मेरे माधव भाई रूप में पाए

-


10 MAY 2020 AT 1:33

वो प्यार भरी थपकी
वो गुस्से से चिल्लाना
वो ममता की मूरत
जिसके आगे फीका हर खज़ाना
जो ज़िन्दगी है मेरी
जिसके आगे मुझको मरते दम तक है सर झुकना

-


20 APR 2020 AT 10:29

वो गर्मी की छुट्टी
और नानी के घर जाना
वो खट्टे मीठे आम
और रसना का अफ़साना
वो चींटी का घर बनाना
और खुद की पीठ थपथपाना
वो गर्मी की छुट्टी
और नानी के घर जाना
वो मिट्टी में लोट पोट होना
और मम्मी की डांट खाना
वो भाई बहनों का लड़ना
और फिर साथ आ जाना
वो गर्मी की छुट्टी
और नानी के घर जाना
वो जल्दी छत पर चढ़ना
और बिस्तर के लिए जगह बचाना
वो लूडो कैरम खेलना
और चीटिंग चीटिंग चिल्लाना
वो गर्मी की छुट्टी
और नानी के घर जाना
वो खट्टी मीठी बाते
और यादो का खज़ाना

-


Fetching Adya Dixit Quotes