अपने कसम तोड़कर तुम्हारे गलियों से हो आते है ।आज भी मेरे दोस्त मुझे 'तुम्हारे' नाम से चिढ़ाते है । - Vihaan✍
अपने कसम तोड़कर तुम्हारे गलियों से हो आते है ।आज भी मेरे दोस्त मुझे 'तुम्हारे' नाम से चिढ़ाते है ।
- Vihaan✍