29 JUN 2018 AT 10:24

तेरे जुनूँ की अब क्या मिसाल दूँ ????

धधकती आग कहूँ या मंज़र-ए-ख़ाक कहूँ ! !

- अभिषेक कुमार शुक्ल आज़ाद