एक वक़्त जिसके मुस्कान की वजह तू था , आज उसे किसी और के बाहों में मुस्कुराता देख रहा है तू ..इससे ज्यादा तू क्या तड़पेगा " विमुक्त " -
एक वक़्त जिसके मुस्कान की वजह तू था , आज उसे किसी और के बाहों में मुस्कुराता देख रहा है तू ..इससे ज्यादा तू क्या तड़पेगा " विमुक्त "
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