14 AUG 2017 AT 10:11

ऐसा कोई शहर नही, जहां मेरा निशां नहीं...
न मैं क़ाफ़िर, न मुसाफ़िर, न ख़ानाबदोश...

हाँ... तेरे जैसा खुदा, अभी मुझे मिला नहीं..!

- ©Abhilekh