AR SH   (ARSH)
2.5k Followers · 14.1k Following

14 AUG 2021 AT 19:52

तेरी आँखों में छुपी हैं ख़्वाहिशे मेरी,
नजरें मिला के जरा इन्हें पूरा तों कर दों।

-


11 AUG 2021 AT 21:51

गिर कें जब भी उठा हूँ तुफानों में,
अंधेरे हीं मिले हें रहों में।
गर् ना गुज़रता गर्दिशो से,
तो मिलते नहीं सितारे मंजिलों से।

-


11 AUG 2020 AT 20:45

जुबां दर्द-ए-दिल को मिलती थीं तेरे अल्फ़ाज़ो से 'राहत',
गम़-ए-दिल बयां करने के लिए अब हर्फ़ भी नदारद से हो गए हैं।

-


17 JUL 2020 AT 21:10

ना कोई दिन था और ना ही कोई धरम था
शायद ये ही इंसान का करम था
ना कोई ख़ुदा था और ना ही कोई बन्दा था
शायद ये नहीं कुदरत को मंजूर था

-


9 JUL 2020 AT 21:56

शोर इस कदर मचा चुकी हैं ख़्वाहिशे मेरी,
की अब सुकून मिलता है ख़ामोशियों में मुझे।

-


19 MAY 2020 AT 16:20

वो वक़्त भी क्या वक़्त था जब होती थीं सुबह उनके दिदार से
और ये वक़्त भी क्या वक़्त है कि बैठें हे तरसते उनकी एक झलक को।

वो वक़्त भी क्या वक़्त था जब सोहबत मे उनके गुज़रता था दिन
और ये वक़्त भी क्या वक़्त है कि तड़प रहे हे उनके साथ को।

वो वक़्त भी क्या वक़्त था जब इंतजार करते थें शाम ढलने का
और ये वक़्त भी क्या वक़्त है जब शाम ना जाने कब गुज़र जाती है उनके ख्याल मे।

वो वक़्त भी क्या वक़्त था जब छोटी लगती थीं रातें उनकी बातों में
और ये वक़्त भी क्या वक़्त है जब लंबी लगती हैं रातें उनके एक पैगाम के इंतजार मे।

-


16 APR 2020 AT 10:56

ख़्वाहिशों का पूरा होना अभी बाकी हैं,
साथ तेरा मिलना अभी बाकी हैं,
रास्ते तों तय है मगर मंजिलों का मिलना अभी बाकी हैं।

-


14 APR 2020 AT 1:06

हम साथ थें तो खुशफहमीया थीं
दूर क्या हुए गलतफहमीया बढ़ गई।

-


11 APR 2020 AT 1:05

छोड़ दिया बहार ने भी मुझे सुखा हुआ पत्ता समझ कर तों हवा भी उडा ले गई चमन से मुझे बेकार मान कर।

पहुँचा जब अंधेरी सडकों पर गिरते हुए तो दुनिया ने भी रोंद दिया मुझे नाकारा कह कर।

जब चकनाचूर हो गये सारे होंसले मेरे तब दिल का गुब्बार निकला मेरा वजूद मिटा कर।

-


7 APR 2020 AT 17:55

जिंदगी कितनी छोटी है
आज समझ में आया मुझे,
कितनी ख़्वाहिशें कल पर छोड़ दी
इसका एहसास हुआ मुझे,
जरूरतें पूरी करते रहा अब तक
और जीना कभी आया ही नहीं मुझे।

-


Fetching AR SH Quotes