मुझको इतना स्नेह न दो,मैं नहीं लौटा सकूँगा।पूरी कविता अनुशीर्षक में.... -
मुझको इतना स्नेह न दो,मैं नहीं लौटा सकूँगा।पूरी कविता अनुशीर्षक में....
-
चेहरे पे नूर कैसा कैसे तू इठला रहा है,मुझको भी मालूम है तू किस से मिलकर आ रहा है। -
चेहरे पे नूर कैसा कैसे तू इठला रहा है,मुझको भी मालूम है तू किस से मिलकर आ रहा है।
बेवाफ़ाई सीख ली पर जोड़ आता ही नहीं है,पाँचवाँ है इश्क़ लेकिन दूसरा बतला रहा है। -
बेवाफ़ाई सीख ली पर जोड़ आता ही नहीं है,पाँचवाँ है इश्क़ लेकिन दूसरा बतला रहा है।
अच्छा तो है बहुत पर दिल में नहीं गया हैभीतर गया मगर वो उतने नहीं गया है -
अच्छा तो है बहुत पर दिल में नहीं गया हैभीतर गया मगर वो उतने नहीं गया है
मैंने मुनाफ़िक़ों को बाहर किया है खुद हीवो शख्स ज़िंदगी से ऐसे नहीं गया है -
मैंने मुनाफ़िक़ों को बाहर किया है खुद हीवो शख्स ज़िंदगी से ऐसे नहीं गया है
आज क़ब्रगाहों में हैं पड़े हुए जिनको,लगता था ख़ुदा इक दिन आएगा बचाएगा। -
आज क़ब्रगाहों में हैं पड़े हुए जिनको,लगता था ख़ुदा इक दिन आएगा बचाएगा।
याद मेरे हरा करे कोईक्यों तुम्हे बद्दुआ करे कोई। -
याद मेरे हरा करे कोईक्यों तुम्हे बद्दुआ करे कोई।
कैसे-कैसों के हाथ आई है,इश्क़ तेरा भला करे कोई। -
कैसे-कैसों के हाथ आई है,इश्क़ तेरा भला करे कोई।
बेक़ली ख़त्म होती जाती है,ज़ख्म को फिर हवा करे कोई। -
बेक़ली ख़त्म होती जाती है,ज़ख्म को फिर हवा करे कोई।
शर्त है कत्ल हो मेरा औ' ये,काम भी बेवफ़ा करे कोई। -
शर्त है कत्ल हो मेरा औ' ये,काम भी बेवफ़ा करे कोई।