खुद भूखा रहकर, हिफाजत करते हैं दूसरों की जान की..यही तो मीठी खुशबू है , इस पाक रमजान की.... - 🅰ndaz-e-ankit
खुद भूखा रहकर, हिफाजत करते हैं दूसरों की जान की..यही तो मीठी खुशबू है , इस पाक रमजान की....
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