18 APR 2018 AT 17:31

उसकी उंगली से लिपटी मेरी उंगलियां बोलती हैं ,
मेरे होंठो की हँसी उसकी निगाहों से बोलती है
गिरता हूँ मै जब भी लड़खड़ाकर ..........
मेरे ज़ख्मो को चूम ........माँ आज भी रो देती है ।

- Akki