11 DEC 2017 AT 1:46

तुझे देखे बिना दिल-ए-नादाँ को तसल्ली नहीं लगती,
जब सें गया हैं तु तबसे कोथरूड़"कोथरुड़"नहीं लगता.

- 'महफ़िल-ए-आकाशमंगल"