तुझे देखे बिना दिल-ए-नादाँ को तसल्ली नहीं लगती,जब सें गया हैं तु तबसे कोथरूड़"कोथरुड़"नहीं लगता. - 'महफ़िल-ए-आकाशमंगल"
तुझे देखे बिना दिल-ए-नादाँ को तसल्ली नहीं लगती,जब सें गया हैं तु तबसे कोथरूड़"कोथरुड़"नहीं लगता.
- 'महफ़िल-ए-आकाशमंगल"