15 DEC 2017 AT 11:25

मतलब की खातिर आपस में लड़ाना
अब तो इनका धंधा हो गया है।
दूसरे के घाटे से करेंगे फायदा खुद का
ये खेल राजनीति का कितना गंदा हो गया है।

(पूरी कविता Caption में)

- AK Mishra