16 JUL 2018 AT 13:01

दूर तो हैं उजालों से ,
मगर अन्धेरों में गुम नहीं ,
पास तो हैं ख्यालों में ,
पर हकीकत में तुम नहीं ,

कैसे बतायें तुम्हे ये ,
मेरी गलियों में ये चर्चा आम है ,
खुद लुटने वालों में ,
मेरा नाम तेरे नाम से बदनाम है ,

बेरुख हो चली जिंदगी को ,
न जाने किसका इंतजार है ,
कौन समझाये इस पागल दिल को ,
मानता कहाँ कि तुझको इनकार है ।

- पागल