आपसी रिश्तों में विश्वास रहना चाहिए जो भी हो, अपने लिए वो खास रहना चाहिए परिस्थिति जैसी भी हो हर हाल में निभाए वो हर वक्त में एक जैसा व्यवहार रहना चाहिए रिश्ता प्यार का दोस्ती का या परिवार का हो सभी में लचक भरमार रहना चाहिए।
सिक्के के हर पहलू में एक खनक जरुरी है अपनों के अपनेपन की एक परख जरूरी है।
जब मखमल पर हो पांव और सर पर शीतल छाया हो तब कौन खड़ा है साथ मेरे इसकी गिनती बस जाया है जो धूप में छाता ले आए जो मन को शीतल कर जाए बोली में दिल छू लेने की एक महक जरूरी है अपनो के अपनेपन की एक परख जरूरी है।
कुछ तेरी कुछ मेरी बातें मिल बैठी तो बनी कहानी कुछ तेरी कुछ मेरी यादें ले आई आखों में पानी मन तो सदा रहा चंचल सा कभी यहां तो कभी वहां फिर भी मन जब हुआ अकेला दिल में थी बस तेरी निशानी।
कितना भी चलो सीधे रस्ते, एक मोड़ तो आता है जो मन को लुभाता है।
पन्ने दर पन्ने रोज लिखा, कभी दर्द लिखा कभी प्रेम लिखा कभी लहर लहर सी हूक उठी, कभी नदिया जैसा प्रेम बहा इस दर्द प्रेम के सागर में जब ह्रदय नहाता है ,आंसू बन जाता है।