फिर वही एहसासफिर वही बात,जो झंझोड़ कर रख देती है मुझे हर बार !काश ! तक़दीर को बदला जा सकता,काश ! मेरी रूह कोतुमसे अलग किया जा सकता !काश ! वो सब किया जा सकता,जो मैं कर सकता था...काश ! काश !@k - @k
फिर वही एहसासफिर वही बात,जो झंझोड़ कर रख देती है मुझे हर बार !काश ! तक़दीर को बदला जा सकता,काश ! मेरी रूह कोतुमसे अलग किया जा सकता !काश ! वो सब किया जा सकता,जो मैं कर सकता था...काश ! काश !@k
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