Last part -
मैं मरा नहीं था मुझे पता था अन्नी के पास गन है,
तो मैने पहले ही एक प्लान सोच लिया था सब ठीक करने का..!
मैने नकली गन ली गनशॉप से ताकि खुद को उससे मार सकू वरना प्रिया मतलब अन्नी तो मुझे मार ही डालती, पर उसे ऐसा लगा कि मैं मर चुका था !
इतने में एम्बुलेंस ओर अंकल यहाँ पहुँच ही चुके थे
जिन्हें मैने पहले ही फोन कर दिया था,
मैं खड़ा हुआ तो पहले तो वो चौक गई और मुझे गले
लगाकर बस रोने लगी !
अन्नी को इलाज़ के लिए वो लोग ले जाने लगे,
तो उसने मुझसे कहा, मुझे कुछ नहीं हुआ है मैं बिल्कुल ठीक हूं प्लीज इनसे कहो ना,
मैं पागल नही हूं मुझे कही नहीं जाना !
मैने कहा, जान मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ मुझे पता है तुम ठीक हो पर मेरे लिए
बस इनके साथ चली जाओ, मैं तुम्हारे साथ हूँ फ़िक्र ना करो !
फिर मैने उसे वो रिंग पहनाई जो मैं लाया था उसके लिए...
अन्नी का इलाज़ करीब एक साल तक चला, मिलने मैं रोज जाता ही था उससे ताकि वो भी शांत रहे !
डॉक्टरों को जब ये विश्वास हो गया कि वो ठीक है
और अपना पास्ट पीछे छोड़ चुकी है तब उन्होंने उसे डिस्चार्ज कर दिया !
उसके बाद हमने शादी कर ली और एक नई जिंदगी की शुरुआत की ।।
The end...
- @k