He - ख़्वाब बहुत तड़पा रहे हैं आजकल तुम्हारेंबहुत याद आती है तुम्हारी,आजाओ ना मिलने एक दफ़ा जान...She - बारिश बनकर तुम्हारे शहर आ रही हूं !तुम बस उन बूंदों को अपने जिस्म को छूने देना,इस क़दर मिलना मुझसे.. कि बस मुझे अपनीबाहों में ही समेट लेना।।@k - @k
He - ख़्वाब बहुत तड़पा रहे हैं आजकल तुम्हारेंबहुत याद आती है तुम्हारी,आजाओ ना मिलने एक दफ़ा जान...She - बारिश बनकर तुम्हारे शहर आ रही हूं !तुम बस उन बूंदों को अपने जिस्म को छूने देना,इस क़दर मिलना मुझसे.. कि बस मुझे अपनीबाहों में ही समेट लेना।।@k
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