13 JUL 2018 AT 16:30

He - ख़्वाब बहुत तड़पा रहे हैं आजकल तुम्हारें
बहुत याद आती है तुम्हारी,
आजाओ ना मिलने एक दफ़ा जान...
She - बारिश बनकर तुम्हारे शहर आ रही हूं !
तुम बस उन बूंदों को अपने जिस्म को छूने देना,
इस क़दर मिलना मुझसे.. कि बस मुझे अपनी
बाहों में ही समेट लेना।।
@k

- @k