बुरा बनने की नाकाम कोशिश करता हूँ मैं,पर चाहकर भी बुरा नही बन पाता, जान !आख़िर कैसा असर है ?तुम्हारी मोहब्बत का मुझ पर,जो मेरी रूह को भी तुमने !इतना पाक कर दिया है।।@k - @k
बुरा बनने की नाकाम कोशिश करता हूँ मैं,पर चाहकर भी बुरा नही बन पाता, जान !आख़िर कैसा असर है ?तुम्हारी मोहब्बत का मुझ पर,जो मेरी रूह को भी तुमने !इतना पाक कर दिया है।।@k
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