17 APR 2018 AT 8:36

अक़्सर लोग मुझसे पूछते है,
कैसे लिखते हो तुम !
मैं बस यहीं कहता हूँ कि,
जब मेरे अंदर से शोर उठता है !
मेरी ख़ामोशी चीखती है,
मेरे दिल में, जज्बातों का बादल फुटता है !
तब कही जाके, मेरे अंदर का ये शायर जागता है।।
@k

- @k