कभी तो मेरी यह शिद्दत भी काम आएगी,
इस बार नही तो अगले जन्म तुम आओगी!
भले ही दूर है, मजबूर है, पर हमवार तो है,
झुक जाएगा वक़्त भी जब तुम आओगी!
तेरे हर आँसूं का मोल है, हिसाब रब से लेंगे,
करूँगा मैं वंहा इंतजार, जब तुम आओगी!
कुछ लेख हमने भी लिखे है अपने मिलन के,
बदल देंगे मायने प्यार के, जब तुम आओगी!
जो ख़्वाब बुने है हम दोनों ने मिलकर दिल से,
ख़्वाब बदलेंगे हकीकत में, जब तुम आओगी!
सब्र रख, सब्र रख, कुछ सांसे है बाकी अभी,
बाद उसके जिएंगे मिलकर, जब तुम आओगी! __Mr Kashish
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