इतने सालों जो तुमने संवारा मुझे
क्या ख़बर थी कि पल में बिखर जाएंगे
इतने सालों चले तुम सफ़र साथ में
क्या ख़बर थी अचानक बिछड़ जाएंगे,
खाई अहद-ए-वफ़ा हम तुम्हें चाहेंगे
हर खुशी दुनिया की तेरे दामन में लाएंगे
तुमने तोड़ा हर वादा बड़े सलीके से ऐ जां
क्या ख़बर थी कि तुम यूं मुकर जाओगे,
तुम चले तो गए पर ये सोचा नहीं
ये शहर था नया हम किधर जाएंगे
तेरी यादों से हम क्या शिकायत करें
यूं तड़पने से अच्छा तो मर जाएंगे........!
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