QUOTES ON #यकहिन्दी

#यकहिन्दी quotes

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14 JUN 2019 AT 18:52

दोहा

धन लगे तो देखत है, मंगल औ गुरुवार
मुफ्त मिले त मांस मदिरा, सब दिन है स्वीकार।

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1 JUN 2019 AT 22:17

दिलरुबा तू मिरी जिंदगी बन गयी
रात की कालिमा रौशनी बन गयी।

पुष्परस प्यास में, प्रीत की आश में
भृंग की आह भी रागिनी बन गयी।

चाँद भी खिल उठा, रात भी हँस पड़े
ये हँसी ये ख़ुशी चाँदनी बन गयी।

आदमी से भले जानवर हो गए
सर्पिणी आजकल आदमी बन गयी।

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30 NOV 2018 AT 15:40

तुमने कहा था
सच हो जाता है
सोचा हुआ तुम्हारा
मैं सोच रहा बरसों से
तुम्हें हिचकी भी नहीं आती

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1 MAR 2021 AT 19:28

हम ठहर भी जायेंगे राह-ए-जिंदगी में
तुम जो पास आने का इशारा करो,
मुँह को फेरे हुए मेरे तकदीर सी,
यूँ न चले जाइये अब तो आ जाइये।

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2 OCT 2019 AT 7:27

दिया था मैंने आपको खुदा का दर्जा,
पर आपको वो क़ुबूल नहीं।
थी मैं गलत आप थे सही ,
क्यों की आप उस दर्जा के काबिल नहीं।

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20 AUG 2019 AT 20:03

गजब की है ये दुनिया ,
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कुछ लोग कहते है कि भगवान जो चाहते है हमे वही मिलेगा ।।।
और कुछ लोग कहते है कि दुआ कर बहुत ताकत है दुआओं में हम जो चाहेंगे वही मिलेगा ।।।।

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तेरी शैतानियों पर मेरा खिलखिलाना,
फिर मुहब्बत भरी बातों पर,
हया से नजरें झुकाना,,
हां, आज भी याद है
तेरे लबों से मेरे रूह को छू जाना !!

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10 JUL 2020 AT 20:18

मेरी इज्जत क्यों नीलाम हो गई
जब मैंने कुछ किया नही,
मैं बदनाम क्यों हो गई
जब मैंने कुछ किया नही।
मैं भूल जाना चाहती हूँ उस घटना को,
जिसमें मेरा दोष न था
लेकिन फिर भी लोग मुझे ही दोषी मानकर,
याद दिला ही देते है।
मैं जहाँ भी जाती हूँ, कलंक की तरह ये मेरे साथ चलता है
मेरे को तो अपमानित करता हैं,
साथ मे मेरे परिवार को भी बदनाम करता हैं।
मैं निर्दोष होकर भी,इस बदनामी को दोषियों की तरह झेलती हूँ
गुनाहगार आज भी निर्दोषों की तरह बेपरवाह घूमता है।
मैं पूछना चाहती हूँ सबसे कि,
मेरी इज्जत क्यों नीलाम हो गई
जब मैंने कुछ किया नही,
मैं बदनाम क्यों हो गई
जब मैंने कुछ किया नहीं।

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14 OCT 2019 AT 16:41

किसी शायर का प्यार होना चाहतीहूँ ।
उनके कलम का राज़ होना चाहतीहूँ ।
जिनका हर एक लब्ज जो मेरे लिये हो
में उनका खूबसूरत ख्वाब होना चाहतीहूँ ।

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7 JAN 2019 AT 8:55

हम रब को भूल गए ,
हम सबको भूल गए,
लेकिन हम उनको नही भूले
जो हमको भूल गए

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